अयोध्या: राम मंदिर अब आकार लेने लगा है। ग्राउंड फ्लोर 80% बनकर तैयार है। मंदिर में प्रभु श्रीराम की मूर्ति बाल स्वरूप में लगाई जानी है। हा...
अयोध्या: राम मंदिर अब आकार लेने लगा है। ग्राउंड फ्लोर 80% बनकर तैयार है। मंदिर में प्रभु श्रीराम की मूर्ति बाल स्वरूप में लगाई जानी है। हालांकि, किस पत्थर से यह मूर्ति बनाई जानी है? यह अभी तय नहीं है। 3 दिन बाद होने वाली बैठक में मंदिर निर्माण से जुड़ी कमेटी मूर्ति के लिए पत्थर तय कर लेगी। इसके बाद मूर्ति निर्माण शुरू हो जाएगा। फिलहाल, भगवान की मूर्ति के लिए 4 तरह के पत्थरों पर विचार किया जा रहा है। पहला- नेपाल से लाई गई शालिग्राम शिलाएं। दूसरा-राजस्थान का मकराना पत्थर। तीसरा-कर्नाटक का आरकोट स्टोन और चौथा-ओडिशा का पत्थर। 71 एकड़ में तैयार हो रहे इस मंदिर में कहीं भी लोहे का इस्तेमाल नहीं किया गया है। पत्थरों को जोड़ने के लिए तांबें की पत्तियों का इस्तेमाल हो रहा है। सिर्फ यही नहीं, राम मंदिर कई और मायनों में अद्भुत है।
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