रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मेडिकल की पढ़ाई के लिए तत्काल 04 लाख रूपये की घोषणा किये थे जिसकी सेतु बनी धरसींवा विधायक अनिता योगेन्द्र ...
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मेडिकल की पढ़ाई के लिए तत्काल 04 लाख रूपये की घोषणा किये थे जिसकी सेतु बनी धरसींवा विधायक अनिता योगेन्द्र शर्मा इनके प्रयास से आज खिलेश के डॉक्टर बनने का सपना पूरा होगा।विधायक श्रीमती शर्मा ने खिलेश वर्मा और उसकी माँ के हाथो 04 लाख रूपये की चेक भेट किये जिससे परिवार में ख़ुशी का माहौल बन गया है।
ग्राम पंचायत परसतराई निवासी खिलेश वर्मा पिता स्व.जनक राम वर्मा माता हीरामणि वर्मा के द्वारा धरसीवा विधायक अनिता योगेंद्र शर्मा से अपने पढ़ाई के लिए सहयोग मांग की गई थी जिसको देखते हुए विधायक अनिता योगेंद्र शर्मा के द्वारा माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी से बात करके डॉक्टर की पढ़ाई हेतु 4 लाख का आर्थिक सहयोग किया और और कहा आप डॉक्टर बन कर क्षेत्र और प्रदेश की सेवा करें और अपना और अपने परिवार जनों का नाम रोशन करें।
ज्ञानदीप स्कूल से टॉप कर आगे बढ़े
खिलेश की पारिवारिक स्थिति बहुत ही खराब रही उनकी माता और ननिहाल पक्ष के द्वारा भरपूर मदद से उन्होंने अच्छे अंकों के साथ ज्ञानदीप इंग्लिश मीडियम स्कूल मांढर से कक्षा 12वीं की पढ़ाई पूरी करके मेडिकल की पढ़ाई की इच्छा जाहिर की खिलेश वर्मा के सर से बचपन से ही पिता का साया छीन गया था मात्र 10 वर्ष की उम्र में इनके पिताजी का देहांत हो गया था इनकी माता व् ननिहाल पक्ष के द्वारा भरपूर सहयोग से यहां तक की पढ़ाई पूरी किए और आगे की पढ़ाई मैं प्रदेश सरकार से मदद मांगी जिसमें इन्हें धरसीवा विधायक अनीता योगेंद्र शर्मा एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी का भरपूर सहयोग मिला और आज खिलेश अब राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज से अपनी पढ़ाई कर रहे हैं इनका एक और भाई जो जगदलपुर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं जिसमें धरसीवा विधायक अनीता योगेंद्र शर्मा ने इनके घर पहुंच कर इन्हें शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए इनके उज्जवल भविष्य की कामनाएं की और आने वाले समय में किसी भी प्रकार से सहयोग के लिए तत्पर रहने का आश्वासन दिया।
सपूत बेटो और माँ की हौसले ने दिखाई राह
ग्राम परसतराई की हीरामणि वर्मा का विवाह ग्राम खुदमुड़ी के जनक वर्मा से हुई थी।श्री जनक वर्मा सिलतरा स्थित गोदावरी इस्पात में कार्य करते थे जिसकी 2012 में ब्रेन हेमरेज की बीमारी से मौत हो गई वही श्रीमती हीरामणि वर्मा एक पैर से 85 प्रतिशत विकलांग है मगर हौसलो ने उड़ान भरने की प्रेरणा दिए और दोनों बेटो को आज एक सही मुकाम की राह दिखाई और दोनों सपूत बेटो ने युवाओ के लिए प्रेरणा बन कर सन्देश दे रहे है अगर मन में है हौसला तो हौसले की उड़ान पर कोई बाधा नही होगा।
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