बालोद। इश्क का बुखार कुछ ऐसा होता है कि उम्र की सारी सीमाएं भी पार हो जाती है। कई दफा ये बुखार सिर चढ़ जाता है। लेकिन जब वक्त की दवा से बु...
बालोद। इश्क का बुखार कुछ ऐसा होता है कि उम्र की सारी सीमाएं भी पार हो जाती है। कई दफा ये बुखार सिर चढ़ जाता है। लेकिन जब वक्त की दवा से बुखार का ताप कम होता है तो समझ में आता है कि ये हमारे जीवन में क्या कुछ नुकसान कर गया। बालोद में भी कुछ ऐसा ही हुआ। जहां एक शादीशुदा बीवी बच्चे वाले अधेड़ के मन में प्यार का सैलाब उमड़ा। शख्स का नाम गंगाधर टंडन उम्र 53 साल है। जिन्होंने अपनी शादीशुदा जिंदगी के बाद भी एक नया रिश्ता कायम किया। अपने साथ काम करने वाली एक विधवा महिला के चक्कर में फंसे और अब उसी महिला की हत्या करने के बाद बाकी बची जिंदगी सलाखों के पीछे काटेंगे। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है, वही जांच कर आगे की कार्यवाही में पुलिस जुट चुकी हैं। बालोद कोतवाली थाना क्षेत्र में 40 साल की महिला सीमा धनगुल रहती थी। जिसका बेटा ओडिशा के संबलपुर में है। महिला कृषि उपज मंडी में काम करती थी। इसी कृषि उपज मंडी में गंगाधर टंडन लाइन इंस्पेक्टर के पद पर तैनात थे। गंगाधर का पूरा परिवार कवर्धा में रहता है। लिहाजा गंगाधर ने विधवा महिला सीमा से नजदीकियां बढ़ाई। नजदीकियां इतनी बढ़ी कि सीमा ने अपनी सारी सीमाएं तोड़ दी। इधर, गंगाधर भी 53 साल की उम्र में तेज गति से प्रेम की धाराओं में बहने लगे। एक ही जगह काम करने के कारण एक दूसरे के घर आना जाना शुरू हुआ। इसके बाद तो गंगाधर ने अपनी गंगोत्री सीमा के घर में ही बना डाली। यानी गंगाधर और सीमा पिछले तीन साल से समाज और रिश्तों को दरकिनार कर एक साथ जिंदगी जीने लगे। जिसे आधुनिक भाषा में लिव इन रिलेशनशिप कहा जाता है। इस हत्याकांड पर बालोद टीआई नवीन बोरकर ने कहा, महिला विधवा थी और गंगा दास का पूरा परिवार कवर्धा में रहता है। दोनों के बीच रिश्ता था दोनों लिव इन में रहते थे। दोनों के बीच दो दिन से लड़ाई झगड़ा चल रहा था। जिसके बाद बीती रात झगड़ा इतना बढ़ गया कि महिला की हत्या हो गई। आरोपी को हिरासत में ले लिया है, कार्रवाई जारी है।
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