हल्द्धानी । उत्तराखंड में मैदानी इलाकों से लेकर पहाड़ तक तप रहे हैं। मैदानी शहरों में तपती गर्मी से लोग बेहाल हो गए हैं। गर्मी के बीच बिजली...
हल्द्धानी । उत्तराखंड में मैदानी इलाकों से लेकर पहाड़ तक तप रहे हैं। मैदानी शहरों में तपती गर्मी से लोग बेहाल हो गए हैं। गर्मी के बीच बिजली डिमांड भी बढ़ी है। गर्मी में बिजली कटौती की वजह से पेयजल संकट भी हो रहा है। कई शहरों में पड़ रही भीषण गर्मी के बीच आएमडी उत्तराखंड मौसम पूर्वानुमान में अंधड़ और तेज बौछारें पड़ने की चेतावनी जारी की है। उत्तराखंड के विकासनगर, रुड़की, काशीपुर, रुद्रपुर, हल्द्वानी आदि शहरों में अघोषित बिजली कटौती ने लोग बेहाल हो रहे हैं। शहरी क्षेत्रों से लेकर ग्रामीण इलाकों में बिजली कटौती हो रही है। रोजाना हजारों पर्यटकों की मेजबानी के कारण नैनीताल में पेयजल संकट खड़ा हो गया है। होटलों में अधिक पानी सप्लाई के कारण नैनीताल में लोगों को होने वाली पानी की सप्लाई दो से घटाकर एक घंटे कर दी गई है। पानी की कमी के कारण मंगलवार को नैनीताल के प्रमुख पर्यटक स्थल पंत पार्क के बाहर के शौचालय को बंद करना पड़ा। इससे पर्यटकों को परेशानी उठानी पड़ी। मल्लीताल स्थित एक मात्र शौचालय में 11 बजे पानी की सप्लाई बंद कर दी गई। इसका इस्तेमाल रोज हजारों पर्यटक करते हैं। पानी न होने से परेशान कर्मियों ने भी शौचालय बंद कर दिया। पर्यटक सीजन में शौचालय बंद होने से अधिक परेशान महिलाओं को होना पड़ा। जल संस्थान के सहायक अभियंता डीएस बिष्ट का कहना है कि शौचालय की लाइन को चेक किया जा रहा है। जल्द ही जल आपूर्ति सुचारू कर दी जाएगी। ऊर्जा निगम ने काठगोदाम, फुटकुआं और टीपी नगर बिजलीघर से सात घंटे कटौती की। इससे कॉलटैक्स, बेलबाबा, जय श्रीराम, हिंदुस्तान पेट्रोलियम फिडर से जुडे क्षेत्रों में लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। मंगलवार को गर्मी बढ़ते ही शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में हो रही कटौती से लोग परेशान हैं। विभाग मेंटेनेंस के नाम पर रोज अलग-अलग क्षेत्रों में कटौती कर रहा है। मंगलवार को तीन बिजली घरों के चार फिडर से सात घंटे कटौती की गई। वहीं अन्य क्षेत्रों में भी दिन भर दो से तीन घंटे अलग-अलग समय पर कटौती का सिलसिला जारी रहा। गौजाजाली के पार्षद रईस अहमद ने कहा कि बिजली की सबसे अधिक जरूरत के समय विभाग बत्ती देने में नाकाम साबित हो रहा है। ऊर्जा निगम के अधीक्षण अभियंता नवीन मिश्रा ने बताया मेंटेनेंस का अधिकांश काम कर लिया है। जल्द कटौती पर रोक लगा ली जाएगी।
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