उत्तरकाशी । उत्तराखंड चार धाम यात्रा 2023 शुरू होने के साथ ही देश के कई राज्यों से तीर्थ यात्री दर्शन करने को आ रहे हैं। लेकिन, चार धाम या...
उत्तरकाशी । उत्तराखंड चार धाम यात्रा 2023 शुरू होने के साथ ही देश के कई राज्यों से तीर्थ यात्री दर्शन करने को आ रहे हैं। लेकिन, चार धाम यात्रा रूट पर हिंदू लड़की को मुस्लिम युवक द्वारा भगाने का मामला सामने आने के बाद टेंशन कम नहीं हो रही है। लव जिहाद के खिलाफ गंगोत्री धाम में व्यापारियों ने दुकानें बंद कर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। व्यापारियों के भारी विरोध की वजह से दिल्ली-एनीसीआर, यूपी, एमपी, राजस्थान सहित देश के अन्य राज्यों से आने वाले तीर्थ यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी। उत्तरकाशी जिले में पुरोला व अराकोट में लव जिहाद जैसी घटनाओं को लेकर गंगाघाटी में भी बाजार बंद और जुलूस प्रदर्शन का दौर जारी है। शनिवार को गंगोत्री धाम के स्थानीय व्यपारियों व तीर्थ पुरोहितों ने बाजार बंद कर जुलूस प्रदर्शन किया। इसके ही ज्ञापन भेजकर बाहरी राज्यों से आ रहे लोगों का सघन सत्यापन और अराजक तत्वों को चिह्नित कर कार्रवाई की मांग रखी। तय कार्यक्रम के अनुसार शनिवार को गंगोत्री धाम के व्यापारी और तीर्थ पुरोहितों सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों ने व्यापार मंडल अध्यक्ष इन्द्र देव सेमवाल के नेतृत्व में गंगोत्री मंदिर परिसर में एकत्रित हुए। जहां से जुलूस की शक्ल में सभी व्यापारियों ने गत 26 मई को पुरोला नाबालिग को भगाने वाले आरोपियों एवं व 8 जून को आराकोट में नेपाली मूल की नाबालिग लड़कियों को बहला फुसलाकर भगाने के प्रयास करने की घटना का विरोध जताया। इस दौरान सभी व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद किए और पुलिस से सत्यापन की मांग की।व्यापारियों ने कहा कि जब तक मामले को लेकर सकारात्मक वार्ता नही होती बाजार बंद रहेगा। इस मौके पर तीर्थ पुरोहित राजेश सेमवाल, सत्येन्द्र सेमवाल, राधा बल्लभ सेमवाल, कीर्ति भट्ट आदि स्थानीय व्यापारी एवं गंगोत्री धाम के तीर्थ पुरोहित मौजूद रहे।
तीर्थ यात्रियों को उठानी पड़ी परेशानी
गंगोत्री धाम में शनिवार को बाजार बंद रहने से चारधाम यात्रा पर आये तीर्थ
यात्रियों को भारी परेशानी उठानी पड़ी। बाजार बंद होने के चलते तीर्थ
यात्रियों को पुजा सामाग्री, जल भरने के लिए वर्तन व खाना पीने सहित अन्य
जरूरी समान लेने के लिए भारी परेशानी उठानी पड़ी।
सगी बहनों को भगाने के आरोपी को भेजा जेल
हिमाचल प्रदेश की सीमा से लगे आराकोट चौकी क्षेत्र के अंतर्गत दो नेपाली
मूल की नाबालिग लड़कियों को भगाने के आरोप में गिरफ्तार युवक को पुलिस ने
जेल भेज दिया है। पुलिस ने इस मामले में तहरीर मिलने पर गुरुवार देर शाम
मुकदमा दर्ज किया था। बता दें कि मुजफ्फरनगर के समुदाय विशेष के युवक नवाब
पर हिन्दू बताकर नेपाली मूल की दो नाबालिग सगी बहनों को भगाकर अपने साथ ले
जाने के प्रयास का आरोप है।गुरुवार को स्थानीय लोगों ने युवक को पकड़कर पुलिस के हवाले कर
दिया था। जिसके खिलाफ आराकोट चौकी में परिजनों ने तहरीर दी थी। आरोप है कि
वीडियो कॉल करके आरोपी ने 16 और 14 वर्ष की दोनों किशोरियों को बहला
फुसलाकर मुंबई में नौकरी दिलाने का झांसा दिया और गुरुवार को त्यूणी में
मिलने को बुलाया था। कहा था कि मुंबई में नौकरी दिलाने के बाद शादी करके
वहीं रहेंगे।
जांच के बाद ही गांव में दिया जाए प्रवेश
पुरोला और मोरी में नाबालिग भगाने के प्रयास की घटनाओं के बाद उत्तरकाशी
में श्री काशी विश्वनाथ सेवा मंडल से जुड़े पदाधिकारियों ने डीएम को ज्ञापन
सौंपकर बाहर से आने वाले समुदाय विशेष के लोगों की जांच पड़ताल की मांग की
है। कहा कि गांवों में इन लोगों के प्रवेश पर रोक लगे।डीएम अभिषेक रूहेला
को सौंपे ज्ञापन में सेवा मंडल के पदाधिकारियों ने बताया कि उत्तरकाशी में
विभिन्न गांवों में समुदाय विशेष के लोगों द्वारा कई रूपों में प्रवेश किया
जाता है। कभी फेरी तो कभी कबाड़ी बनकर गांवो में आते जाते हैं। बड़ी बात ये
है कि गांवों में ये लोग पहचान छुपाते हैं और हिंदू बनने का ढोंग करते
हैं।
बड़कोट में शांति व्यवस्था बनाए रखने पर जोर दिया
पुरोला और मोरी में नाबालिग प्रकरण को लेकर जिले में अशांति के माहौल के
बीच पुलिस उपाधीक्षक बड़कोट सुरेन्द्र सिंह भण्डारी की अध्यक्षता में थाना
बड़कोट पर पीस कमेटी की मीटिंग आयोजित की गई। जिसमें कानून एवं शान्ति
व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस ने स्थानीय लोगों से सहयोग की अपील की। बैठक
में सीओ बड़कोट ने नगरपालिका अध्यक्ष, स्थानीय व्यापार मंण्डल, होटल
एसोसिएशन एवं सभी संगठन के लोगों से आपसी सौहार्द, भाईचारा एवं शान्ति व
कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील करते हुए आमजन की सुरक्षा पर जोर दिया।
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