बिलासपुर। भोपाल- दुर्ग अमरकंटक एक्सप्रेस से पीएचइ के सेवानिवृत्त सहायक यंत्री की पत्नी का सोने की हार व कंगन चोरी का मामला सामने आया है। ल...
बिलासपुर। भोपाल- दुर्ग अमरकंटक एक्सप्रेस से पीएचइ के सेवानिवृत्त सहायक यंत्री की पत्नी का सोने की हार व कंगन चोरी का मामला सामने आया है। लिखित रिपोर्ट के आधार पर जीआरपी ने अज्ञात चाेरों के खिलाफ अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। घटना रविवार की है। प्रार्थी भोपाल निवासी एलआर सोनी पीएचइ विभाग के सेवानिवृत्त सहायक यंत्री है। वह पत्नी के साथ अमरकंटक एक्सप्रेस के ए-2 की बर्थ नंबर सात व नौ में उसलापुर तक सफर कर रहे थे। दोनों बिलासपुर में विनोचा कालोनी आ रहे थे। यहां उनकी बेटी रहती है। ट्रेन उसलापुर पहुंची और इसके बाद दोनों घर चले गए। घर जाकर जब उन्होंने काले रंग के बैग को खोला तो वह हड़बड़ा गए। दरअसल बैग के अंदर का बाक्स गायब था और ब्लेड से कटा हुआ था। इसी बाक्स के अंदर सोने की हार और दो जोड़ी सोने के कंगल थे। जिनकी कीमत पांच लाख रूपये। बैग की हालत देखकर उन्हें माजरा समझ आ गया कि किसी ने बड़ी चालाकी से बाक्स को पार कर दिया। वह परेशान हो गए। इसके बाद दामाद के साथ दोपहर में जीआरपी थाने पहुंचे। यहां उन्होंने घटनाक्रम को विस्तार से जानकारी दी। इसके बाद लिखित में रिपोर्ट दर्ज कराई। जीआरपी ने अज्ञात चोरों के खिलाफ चोरी का अपराध दर्ज कर लिया है। इसके अलावा उनकी तलाश में जुट गई है। आश्वासन दिया गया है कि जल्द आरोपित सलाखों के पीछे होंगे। प्रार्थी को इस मामले में उन तीन युवकों पर संदेह है, जो ट्रेन के करगीरोड रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद उनकी बर्थ में आकर बैठ गए। धीरे से प्रार्थी से बातचीत शुरू की और यह कहने लगे कि वह उसलापुर रेलवे स्टेशन में उतरेंगे। घुटकू स्टेशन के पहले युवकों से जब प्रार्थी ने स्टेशन किस दिशा में आएगी, इसकी जानकारी ली तो उन्होंने दिशा बताई और मदद करने लगे। उन्हें कहा कि बस स्टेशन पहुंचने वाली है। उसलापुर में ट्रेन कुछ देर ही रूकती है। इसलिए उन्हें यहां उतरने में दिक्कत आएगी। इसके बाद तीनों ने सामान को गेट तक लाकर रखने की बात कही। प्रार्थी को लगा कि वह सच में मदद करना चाह रहे हैं। इसके बाद युवक बैग को लेकर गेट तक पहुंचे इसके बाद जैसे ही घुटकू रेलवे स्टेशन से ट्रेन पार हो गई वह तीनों दूसरी बोगी में चले गए। जिस बैग में गहने थे उसे भी एक युवक ने मदद के नाम पर पकड़ लिया था। प्रार्थी को संदेह है कि उस समय संदेहियों ने हाथ साफ कर दिया। तीन में से एक युवक की पहचान वेंडर के रूप में की गई है। इसी के आधार पर जीआरपी जांच में जुटी हुई है। रेलवे उसलापुर स्टेशन को शहर का दूसरा टर्मिनल बनाने का दावा कर रही है। इसी के तहत लगातार ट्रेनों का स्टापेज भी शुरू किया जा रहा है। लेकिन, इस स्टेशन में सुरक्षा का कोई भी इंतजाम नहीं है। यहां जीआरपी का थाना है और न चौकी। इसके चलते यात्री किसी भी घटना की रिपोर्ट नहीं दर्ज करा पाते। उन्हें बिलासपुर रेलवे स्टेशन जाना पड़ता है। रविवार को भी प्रार्थी यात्री को इसी तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
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