नई दिल्ली । दिल्ली पुलिस शुक्रवार को पहलवान संगीता फोगाट को भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के आधिकारिक आवास पर ल...
नई दिल्ली । दिल्ली पुलिस शुक्रवार को पहलवान संगीता फोगाट को भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के आधिकारिक आवास पर ले गई ताकि उन घटनाक्रमों का नाटकीय रूपांतरण किया जा सके जिसके तहत यौन उत्पीड़न की घटना हुई थी। बृजभूषण पर महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोप लगे हैं । सूत्रों के अनुसार फोगाट के साथ महिला कांस्टेबल भी थीं। सूत्रों ने कहा, ‘‘करीब डेढ बजे संगीता फोगाट को लेकर महिला अधिकारी दिल्ली में बृजभूषण के आधिकारिक निवास पर पहुंचे। वे करीब आधा घंटे तक वहां रूके। उन्होंने फोगाट से घटनाक्रम को दोहराने और उन स्थानों को याद करने के लिये कहा जहां उत्पीड़न हुआ था।’’ इस बीच पहलवान विनेश फोगट और बजरंग पुनिया ने उन खबरों की आलोचना की, जिसमें दावा किया गया था कि संगीता फोगट को बृजभूषण के घर पर इसलिए गईं क्योंकि पहलवान उनके साथ यौन उत्पीड़न के मुद्दे को सुलझा रहे हैं। विरोध करने वाले पहलवानों ने कहा कि बृजभूषण अपनी पावर का इस्तेमाल नैरेटिव को बदलने के लिए कर रहे हैं। सच्चाई यह है कि एक महिला शिकायतकर्ता (संगीता फोगाट) को बृज भूषण के आधिकारिक आवास पर इसलिए ले जाया गया क्योंकि यह अपराध स्थल था। विनेश फोगट ने एक बार फिर गिरफ्तारी की मांग करते हुए ट्वीट किया, "यह बृजभूषण की ताकत है। वह अपने बाहुबल, राजनीतिक ताकत और झूठी कहानी चलाकर महिला पहलवानों को परेशान करने में व्यस्त हैं।" विनेश ने कहा, "अगर पुलिस हमें तोड़ने के बजाय उसे गिरफ्तार करती है, तो न्याय की उम्मीद है, अन्यथा नहीं।" विनेश ने ट्वीट किया, "महिला पहलवान पुलिस जांच के लिए अपराध स्थल पर गई थीं, लेकिन मीडिया में यह चल रहा था कि वे समझौता करने गई थीं।" दिल्ली पुलिस का विशेष जांच दल (एसआईटी) उत्तर प्रदेश के कैसरगंज से भाजपा सांसद और डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण के खिलाफ यौन उत्पीड़न के मामले की जांच कर रहा है । जांच रिपोर्ट अगले हफ्ते तक जमा करने की उम्मीद है। जांच के तहत एसआईटी ने 180 से अधिक लोगों से पूछताछ की है। दिल्ली पुलिस ने मामले में दो एफआईआर दर्ज की है। इस बीच दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को एक अदालत से कहा कि यौन शोषण के आरोपों से घिरे भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर जंतर-मंतर पर धरना देने वाले पहलवानों के खिलाफ नफरती भाषण का कोई मामला नहीं बनता है। पुलिस ने अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट अनामिका के समक्ष दायर कार्रवाई रिपोर्ट (एटीआर) में यह बात कही। न्यायमूर्ति अनामिका बृजभूषण पर ‘झूठे आरोप’ लगाने के लिए प्रदर्शनकारी पहलवानों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के अनुरोध वाली याचिका पर सुनवाई कर रही थीं। नाबालिग पहलवान के पिता ने बृहस्पतिवार को पीटीआई को बताया कि उन्होंने डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ यौन उत्पीड़न की झूठी शिकायत दर्ज कराई थी क्योंकि वह अपनी बेटी के साथ हुई नाइंसाफी से नाराज थे। इस खुलासे से बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मामला कमजोर हो सकता है । पिछले छह महीने से पहलवान यौन उत्पीड़न के मामले को लेकर उनके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं । नाबालिग पहलवान की शिकायत के बाद पोक्सो कानून के तहत जांच चल रही है। नाबालिग के पिता ने पीटीआई से कहा, ‘‘यह बेहतर है कि सच अदालत में आने की बजाय अभी सामने आ जाये।’’ उनसे पूछा गया था कि अब वह अपनी बात से क्यो पलट रहे हैं।
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