देहरादून । सीएम पुष्कर सिंह धामी मंत्रिमंडल में विस्तार की अटकलें भी तेज हो गईं हैं। भाजपा हाईकमान की मंजूरी के बाद मंत्रिमंडल विस्तार से...
देहरादून । सीएम पुष्कर सिंह धामी मंत्रिमंडल में विस्तार की अटकलें भी तेज हो गईं हैं। भाजपा हाईकमान की मंजूरी के बाद मंत्रिमंडल विस्तार से पहले भाजपा विधायकों के बीच लॉबिंग भी शुरू हो गई है। सीएम धामी कैबिनेट में चार पद खाली हैं। कैबिनेट विस्तार को लेकर भाजपा की उत्तराखंड इकाई होमवर्क पूरा कर चुकी है। मुख्यमंत्री धामी ने दिल्ली दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष और जेपी नड्डा से मुलाकात की । भाजपा सूत्रों ने बताया कि बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ सीएम धामी की बैठक के दौरान दोनों के बीच विभिन्न विषयों को लेकर चर्चा हुई। सूत्रों ने बताया कि इस दौरान कॉमन सिविल कोड से लेकर धार्मिक अतिक्रमण के खिलाफ राज्य में हुई कार्रवाई की भी जानकारी दी गई। बैठक के दौरान उत्तराखंड में कैबिनेट विस्तार को लेकर भी चर्चा हुई। बताया जा रहा है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ने राज्य में कैबिनेट विस्तार और दायित्व वितरण को हरी झंडी दे दी गई है। सात जुलाई से पहले इस पर निर्णय की चर्चा है। पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह, मदन कौशिक, अरविंद पांडे को लोकसभा चुनावों को देखते यूपी में अहम जिम्मेदारी देने की भी चर्चा है। उत्तराखंड भाजपा इकाई लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भी अभी से तैयारियों में जुट गई है। पार्टी सूत्रों के अनुसार कैबिनेट विस्तार के दौरान सभी लोकसभा क्षेत्रों को प्रतिनिधित्व देने के साथ ही सभी वर्गों को भी ध्यान में रखा जाना है। कैबिनेट के कुछ चेहरों को बदले जाने की भी चर्चा है। जिन नए चेहरों को कैबिनेट में शामिल किए जाने की चर्चा है उनमें नैनीताल से बंशीधर भगत, हरिद्वार से आदेश चौहान, देहरादून से विनोद चमोली या खजानदास और टिहरी से शक्तिलाल शाह के नाम शामिल हैं। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी यदि कैबिनेट में आती हैं तो उनकी जगह किसी वरिष्ठ मंत्री या फिर भगत को स्पीकर बनाए जाने की भी चर्चा है। राजनीतिक गलियारों में कैबिनेट विस्तार से पहले हलचल मची हुई है। कैबिनेट विस्तार या फेरबदल को देखते हुए भाजपा के कई विधायक अंदरखाने लॉबिंग में जुटे हुए हैं। सूत्रों के अनुसार विधायक दिल्ली में अपने आकाओं के संपर्क में हैं और कैबिनेट में जगह पाने के लिए विधायकों की ओर से जोर आजमाइश की जा रही है। हालांकि इस संदर्भ में अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री पुष्कर धामी को ही लेना है। राज्य मंत्रिमंडल में चार पद खाली चल रहे हैं। ऐसे में इन पदों को भरा जाना तय है। लेकिन कैबिनेट विस्तार मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है इस संदर्भ में उन्हीं को निर्णय लेना है। मंत्रिमंडल का विस्तार कब तक होगा यह मुख्यमंत्री ही बता पाएंगे।
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