नई दिल्ली । राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड तक बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। नदियों का जलस्तर रिकॉर्ड तोड़ चुका है, जि...
नई दिल्ली । राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड तक बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। नदियों का जलस्तर रिकॉर्ड तोड़ चुका है, जिससे सरकार और प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गए हैं। दिल्ली में यमुना नदी के किनारे वाले इलाकों में घुटनों-घुटनों तक पानी भर चुका है। इस बीच, मौसम विभाग ने उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों के लिए अगले दो दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। दो दिनों के बाद इन राज्यों में बारिश की गतिविधियां कम हो जाएंगी, जिससे लोगों को राहत मिलेगी। मौसम विभाग ने बताया है कि नॉर्थईस्ट के राज्यों, सिक्किम आदि में 12 और 13 जुलाई को बहुत तेज बारिश होगी। वहीं, बिहार में आज मूसलाधार बारिश का अलर्ट है। इसके बाद इसमें कमी आएगी। उत्तर पश्चिम भारत के राज्यों की बात करें तो उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश में अगले दो दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश होगी। इसके बाद इसमें कमी आएगी। पूर्वी राजस्थान में 13-16 जुलाई के बीच भारी बारिश का अलर्ट है। हिमाचल प्रदेश में 15 और 16 जुलाई को भारी बरसात होने वाली है। पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत के राज्यों की बात करें तो पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर में अगले दो दिनों तक भारी बरसात होगी। ओडिशा में 14-15 जुलाई और झारखंड में 12-14 जुलाई को बहुत भारी बारिश का अलर्ट है। मध्य भारत के राज्यों की बात करें तो मध्य प्रदेश में अगले पांच दिनों तक तेज बारिश जारी रहेगी। विदर्भ के इलाकों में 12-14 जुलाई के बीच बारिश होगी। पश्चिमी मध्य प्रदेश में 12-14 जुलाई को मूसलाधार बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। पश्चिम भारत की बात करें तो कोंकण, गोवा, सौराष्ट्र में पांच दिनों तक तेज बारिश होने वाली है। मध्य महाराष्ट्र के घाट इलाकों में 14-16 जुलाई के बीच तेज बरसात का अलर्ट है। गुजरात में 12, 15 और 16 जुलाई को तेज बारिश होगी। दक्षिण भारत के राज्यों की बात करें तो तटीय कर्नाटक, साउथ इंटीरियर कर्नाटक, केरल में 13 और 14 जुलाई को मूसलाधार बारिश होगी। तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, रायलसीमा में 12 जुलाई को भारी बारिश होने की संभावना है।
पंजाब और हरियाणा में राहत कार्य युद्ध स्तर पर जारी
पंजाब और हरियाणा में लगातार तीन दिन हुई बारिश के कारण कई हिस्सों में आई
बाढ़ से बचाव के लिए बुधवार को भी युद्ध स्तर पर राहत कार्य जारी हैं।
अधिकारियों ने बताया कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर बुधवार को
सबसे ज्यादा प्रभावित जिले अंबाला का दौरा कर स्थिति का जायजा लेंगे।
उन्होंने बताया कि पंजाब में पटियाला, रूपनगर, मोगा, लुधियाना, मोहाली,
एसबीएस नगर और फतेहगढ़ साहिब जिलों से अब तक लगभग 10,000 लोगों को निकाला
जा चुका है। तीन दिन की लगातार बारिश के बाद बुधवार को दूसरे दिन भी
अधिकत्तर स्थानों पर मौसम साफ रहा। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, दोनों
राज्यों में बारिश के कारण हुए हादसों में मरने वालों की संख्या 15 हो गई
है, जिनमें हरियाणा में सात मौतें भी शामिल हैं।
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