वाराणसी । वाराणसी में एक दारोगा की अजब पत्नी भक्ति सामने आई है। दारोगा की पत्नी ने अपने घर की छत से ही सड़क पर कूड़ा फेंका जो नीचे सफाई क...
वाराणसी । वाराणसी में एक दारोगा की अजब पत्नी भक्ति सामने आई है। दारोगा की पत्नी ने अपने घर की छत से ही सड़क पर कूड़ा फेंका जो नीचे सफाई कर रहे कर्मचारी पर गिरा। सफाई कर्मचारी ने इस तरह कूड़ा फेंकने का विरोध किया तो दारोगा जी का पारा चढ़ गया। सफाई कर्मी को थाने उठा लाए। वह भी जिस इलाके में घटना हुई वहां नहीं बल्कि चार थाना दूर कोतवाली थाने में उठा लाए। यहां सफाई कर्मी को दो अन्य पुलिस वालों के साथ मिलकर खूब पीटा।पीटते-पीटते उसका शरीर लाल कर दिया। इसकी जानकारी अन्य सफाई कर्मियों को पता चली तो धरना प्रदर्शन शुरू हो गया। मामला अधिकारियों तक पहुंचा तो पता चला कि जिस कोतवाली में सफाईकर्मी की पिटाई हुई है उसके प्रभारी निरीक्षक को भी पूरे मामले की जानकारी नहीं है। फिलहाल दारोगा को सस्पेंड कर दिया गया है। एडीसीपी को जांच सौंपी गई है। सिगरा थाना क्षेत्र के पितरकुंडा इलाके में सफाई की जिम्मेदारी एक महिला सफाईकर्मी के पास है। उसकी तबीयत खराब होने के कारण बेटा प्रदीप सफाई करने पहुंचा था। प्रदीप सफाई कर रहा था इसी दौरान दारोगा दिलेश सरोज की पत्नी ने छत से कूड़ा नीचे फेंका। कूड़ा प्रदीप के ऊपर गिरा तो उसने विरोध जताया। प्रदीप का पत्नी से विरोध जताना दारोगा को इतना बुरा लगा कि प्रदीप को थाने उठा ले गए। थाने भी सिगरा नहीं, बल्कि वहां से चार थाने दूर कोतवाली ले गए। वहां अन्य पुलिस वालों के साथ मिलकर प्रदीप की बेरहमी से पिटाई की। इसकी जानकारी अन्य सफाई कर्मचारियों को हुई तो आक्रोश फैल गया। नगर निगम मुख्यालय पर सफाईकर्मियों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। स्थानीय निकाय एवं राज्य कर्मचारी वेलफेयर फोरम के पदाधिकारी राजू भारती, राजेश आजाद, सागर, रवि, नरेंद्र प्रताप ने कहा कि बिना किसी अपराध प्रदीप कुमार के साथ बर्बरता की गई है। दोषी दरोगा दिलेश सरोज के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की मांग करते हुए आंदोलन की धमकी दी गई। सफाईकर्मियों ने महापौर अशोक कुमार तिवारी से मिलकर दरोगा के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। महापौर ने पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन को फोन कर मामले की जांच और कार्रवाई के लिए कहा। जांच में प्रथम दृष्टया दारोगा दोषी पाया गया। दारोगा दिलेश सरोज को निलंबित कर दिया गया। डीसीपी काशी जोन आरएस गौतम ने बताया कि निलंबन के साथ ही एडीसीपी काशी जोन चंद्रकांत मीणा को जांच सौंपी गई है।
कोतवाली प्रभारी को भी नहीं दी जानकारी
दरोगा दिलेश व अन्य पुलिसकर्मियों ने प्रदीप की कोतवाली थाने ले जाकर जमकर
पिटाई की थी। प्रभारी निरीक्षक अश्वनी कुमार चतुर्वेदी को पूरी घटना की
जानकारी नहीं दी। सावन के सोमवार के दिन ड्यूटी पर लगे प्रभारी निरीक्षक को
दोपहर में फोन किया। दरोगा दिलेश ने बताया कि एक विवाद हुआ था, इसमें एक
युवक का शांति भंग की आशंका में चालान कर रहा है। प्रभारी निरीक्षक को रात में पूरे प्रकरण की जानकारी हुई। तब
पूछताछ शुरू की। जांच में प्रथम दृष्टया दरोगा की गलती समाने आई। इसके बाद
पूरे प्रकरण से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया। जिसके आधार पर दरोगा के
खिलाफ कार्रवाई हुई।
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