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दो निजी अस्पतालों से लौटाई गई गर्भवती महिला को जिला अस्पताल में मिला उचित उपचार

  डॉक्टरों द्वारा जिला अस्पताल में शांति का किया गया सफल ईलाज अत्याधुनिक मशीनों से जिला अस्पताल में हो रहा उपचार कोण्डागांव। जिले के सुदू...


 डॉक्टरों द्वारा जिला अस्पताल में शांति का किया गया सफल ईलाज

अत्याधुनिक मशीनों से जिला अस्पताल में हो रहा उपचार

कोण्डागांव। जिले के सुदूर ग्रामीण क्षेत्र अंतर्गत बनजुगानी की गर्भवती शांति का कोण्डागांव के निजी अस्पताल में सिजेरियन ऑपरेशन के द्वारा प्रसव के दौरान स्वास्थ्य बिगड़ने पर एक अन्य निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया। इसके बाद भी स्वास्थ्य में सुधार नहीं होने पर अंततः महिला को कोण्डागांव के कुछ जागरूक युवकों द्वारा उचित उपचार हेतु जिला अस्पताल में दाखिल करवाया है। जहां तेजी से शांति के स्वास्थ्य में सुधार आ रहा हैं।
बनजुगानी ग्राम निवासी शांति कोर्राम पति चौबीस कोर्राम को प्रसव हेतु उसके परिजनों द्वारा स्थानीय निजी अस्पताल में दाखिल किया गया था। जहां 12 जून को सिजेरियन ऑपरेशन द्वारा शांति ने बेटी को जन्म दिया। सिजेरियन ऑपरेशन से डिलीवरी करने के बाद उसे छुट्टी दे दी गयी थी। लेकिन लगभग सप्ताह भर पेट में दर्द की समस्या होने से उसे दोबारा कोण्डागांव के निजी अस्पताल लाया गया। जहां डॉक्टरों की सलाह पर 20 जून को उसका दोबारा ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन के बाद भी पेट में दर्द ठीक न होने पर निजी अस्पताल ने मरीज को अन्य निजी अस्पताल को रिफर कर दिया।  
कोण्डागांव के जिला अस्पताल में सुधर रहा है शांति का स्वास्थ्य
जब अन्य निजी अस्पताल ने भी शांति को रेफर कर दिया तो इसकी जानकारी कोण्डागांव नगर के कुछ जागरूक युवकों को लगी उन्होंने तुरंत जिला अस्पताल में संपर्क करते हुए शांति को उपचार के लिए जिला अस्पताल में दाखिल करवाया है। जहां जिला अस्पताल में शांति का उपचार कर रहे डॉ एस नागुलन ने बताया कि उसके स्वास्थ्य में तेजी से सुधार आ रहा है। अब तक जिला अस्पताल में शांति का दो ऑपरेशन हो चुका है। उसे पूरी तरह से स्वस्थ होने में लगभग 8 से 10 महीने का समय लग सकता है।
टीबी के कारण शांति के उपचार में हो रही समस्या
जिला अस्पताल के लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ एस नागुलन ने बताया कि, शांति को गंभीर टीबी की बीमारी है। जिसके कारण सिजेरियन ऑपरेशन के दौरान परेशानी हुई। शांति को उपचार के लिए मुंह के रास्ते गोली खिलाना अभी संभव नहीं है। कोशिश किया जा रहा है कि इंजेक्शन और लिक्विड के माध्यम से शांति का उपचार जल्द पूरा किया जाए। हालाकि डॉक्टरों ने भरोसा जताया है कि, शांति के स्वास्थ्य में जल्द सुधार आएगा।
उल्लेखनीय है कि राज्य शासन द्वारा जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं के उन्नयन एवं उनके माध्यम से बेहतर उपचार हेतु जिल अस्पताल में अत्याधुनिक मशीनों की स्थापना की गयी है। जहां सीटी स्कैन, डायलिसिस मशीन, सीएआरएम मशीन, अत्याधुनिक एक्स रे, सोनो ग्राफी मशीन, अत्याधुनिक ऑपरेशन थियेटर, फेको मशीन आदि की स्थापना के साथ विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति की गयी है। जिसके माध्यम से अब जिला अस्पताल में कैंसर, टीबी जैसे गंभीर रोगों का भी सफलता पूर्वक उपचार किया जा रहा है।

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