जगदलपुर। किरंदुल-कोत्तावालसा रेलमार्ग पर सोमवार शाम पहाड़ से चट्टानों (बाेल्डर) के टूटकर गिरने से बड़ा हादसा टल गया। जगदलपुर से 218 किलोमी...
जगदलपुर। किरंदुल-कोत्तावालसा रेलमार्ग पर सोमवार शाम पहाड़ से चट्टानों (बाेल्डर) के टूटकर गिरने से बड़ा हादसा टल गया। जगदलपुर से 218 किलोमीटर दूर आंध्रप्रदेश स्थित अरकू रेलखंड अंतर्गत करकवालसा और बोर्रागुहालु स्टेशन के बीच हुई। देर शाम 6.20 मिनट पर यह घटना हुई इसके लगभग 10 मिनट पहले ही वहां से किरंदुल-विशाखापटनम पैसेंजर स्पेशल ट्रेन गुजरी थी। यात्री ट्रेन के गुजरने के पहले यदि यह घटना हो जाती हो यात्रियों को काफी परेशानी होती क्योंकि घने जंगलों के बीच यहां रेलमार्ग से सड़क मार्ग की दूरी अधिक है। चट्टानों के रेलमार्ग पर गिरने से रेलपटरी को नुकसान तो पहुंचा ही है, ओवर हेड इलेक्ट्रिक मास्ट (बिजली का खंभा) जिसे ओएचइ भी कहा जाता है भी टूट गया है। घटना के बाद विशाखापटनम से रिलीफ ट्रेन घटनास्थल के लिए भेजी गई है। रेलमार्ग को बहाल करने का काम जारी है। रेलमार्ग बाधित होने से किरंदुल से विशाखापटनम जा रही नाइट एक्सप्रेस को कोरापुट से रायगढ़ा के परिवर्तित रास्ते विशाखापटनम के लिए रवाना किया गया है। सोमवार को विशाखापटनम से किरंदुल जाने वाली नाइट एक्सप्रेस सहित मंगलवार को दोनों ओर किरंदुल और विशाखापटनम से छूटने वाली दोनों यात्री गाड़ियों को रद कर दिया गया है। रेल अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को ही मार्ग बहाल हो पाएगा।
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