Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

ब्रेकिंग :

latest

Breaking News

- Advertisement - Ads " alt="" />" alt="" />

उत्तराखंड में भारी बारिश से 9 लोगों की मौत, सीएम धामी ने सभी डीएम से लिया अपडेट; अलर्ट रहने का दिया निर्देश

देहरादून  । उत्तराखंड में पिछले 24 घंटों में बारिश से संबंधित अलग-अलग घटनाओं में नौ लोगों की मौत हो गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ...

देहरादून  । उत्तराखंड में पिछले 24 घंटों में बारिश से संबंधित अलग-अलग घटनाओं में नौ लोगों की मौत हो गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को स्थिति का जायजा लिया और सभी जिलाधिकारियों को अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया। इन घटनाओं में एक व्यक्ति लापता है और करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए। केदारनाथ यात्रा के बेस कैंप गौरीकुंड में बुधवार तड़के लगातार बारिश के बीच भूस्खलन की चपेट में आने से दो भाई-बहनों की मौत हो गई और तीसरा घायल हो गया। घटना के वक्त वे जिस झोपड़ी में सो रहे थे, वह भूस्खलन की चपेट में आ गया था।

गौरीकुंड में पांच दिनों में यह दूसरा भूस्खलन था। रुद्रप्रयाग जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने कहा कि गौरीकुंड गांव में हेलीपैड के पास स्थित झोपड़ी भूस्खलन की चपेट में आ गई, जिससे एक ही परिवार के चार लोग मलबे में दब गए। उन्होंने बताया कि जानकी नाम की एक महिला को मलबे से सुरक्षित बाहर निकाला गया जबकि उसके तीन बच्चे मलबे में दब गए। सूचना मिलने पर बचाव दल मौके पर पहुंचा और बच्चों को बाहर निकालकर स्थानीय सरकारी अस्पताल ले गया।

आठ साल की स्वीटी इस घटना में बच गई और उसका इलाज चल रहा है। उसकी छोटी बहन 5 वर्षीय पिंकी और एक अन्य छोटे बच्चे को अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया। झोपड़ी में रहने वाला परिवार नेपाल का था। बच्चों के पिता सत्यराज मजदूर हैं, जो नेपाल स्थित अपने गांव गए हुए थे। गौरीकुंड गांव का स्थान उस स्थान से महज आधा किलोमीटर दूर है जहां चार अगस्त को हुए भूस्खलन में तीन लोगों की मौत हो गई थी और 20 अन्य लापता हो गए थे।

अधिकारियों ने बताया कि उत्तराखंड के पौड़ी जिले में पिछले 24 घंटों में दो अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। बचाव अभियान का नेतृत्व करने वाले राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल के अधिकारी प्रवीण राठी ने बुधवार को फोन पर पीटीआई को बताया कि मंगलवार रात गुमखाल में एक कार के गहरी खाई में गिर जाने से पिता-पुत्र सहित चार लोगों की मौत हो गई। हादसे के बाद एसडीआरएफ के जवान मौके पर पहुंचे और बचाव अभियान चलाया।

राठी ने कहा, टीम ने शुरुआत में रस्सी के स्ट्रेचर की मदद से तीन शवों को खाई से मुख्य सड़क तक निकाला। दुर्घटना के बाद कार में सवार एक अन्य व्यक्ति घंटों तक लापता रहा। हालांकि, बाद में उनका शव बरामद कर लिया गया। एसडीआरएफ अधिकारी ने बताया कि मृतकों की पहचान चंद्रमोहन सिंह बिष्ट (62), उनके बेटे अतुल बिष्ट (35) और दो अन्य- दिनेश सिंह (63) और कमल बिष्ट (45) के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि चारों लोग गुमखाल बाजार से जयहरीखाल इलाके में स्थित अपने गांव देवदाली लौट रहे थे, तभी यह दुर्घटना हुई।

पौड़ी के आपदा नियंत्रण कक्ष ने बताया कि जिले के कल्जीखाल ब्लॉक में मुंडनेश्वर के पास एक ऐसी ही दुर्घटना में, बुधवार दोपहर 2 बजे एक कार 80 मीटर गहरी खाई में गिर गई, जिससे एक महिला की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गए। सुबह करीब 8 बजे ऋषिकेश-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहन के ऊपर चट्टान गिरने से बस में यात्रा कर रही एक महिला की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गई। वाहन जानकीचट्टी से बड़कोट आ रहा था।    

इस बीच, धामी ने राज्य में हो रही तेज बारिश पर अपडेट लिया और सभी डीएम को अलर्ट मोड में रहने को कहा। उन्होंने सभी विभागों को आपस में समन्वय बनाकर रखने को कहा ताकि आपदा की स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सके। उन्होंने रुद्रप्रयाग, पौड़ी, नैनीताल और उधम सिंह नगर के डीएम से फोन पर बात की और प्राकृतिक आपदा की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों में उत्पन्न होने वाली किसी भी स्थिति से निपटने के लिए प्रशासनिक व्यवस्था पहले से तैयार रखने को कहा। 

No comments