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एडक़ा रीपा से जुड़े कलाकारों एवं कारीगरों को मिला तीस लाख का आर्डर

  ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने मिल का पत्थर साबित हो रहा रीपा योजना नारायणपुर । छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना महात्मा गाँधी ग...

 

ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने मिल का पत्थर साबित हो रहा रीपा योजना

नारायणपुर । छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना महात्मा गाँधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क के अंतर्गत नारायणपुर जिले के ग्राम पंचायत एड़क़ा में रीपा का संचालन सफलता पूर्वक किया जा रहा है। वर्तमान में यहाँ सक्रिय रूप से तीन यूनिट में काष्ठकला, माटीकला और हाथकरघा में कार्य हो रहा है, जिसमें लगभग 50 महिला व पुरुष कार्य कर आय अर्जित कर रहे हैं। जिले में चार रीपा केन्द्र (एड़का, छोटेडोंगर, ओरछा, कोलियारी) संचालित है, जिसमें 18 गतिविधियों के साथ लगभग 200 महिला-पुरुष कार्य कर रहे हैं। एडक़ा रीपा को मुख्य रूप से स्थानीय कारीगरों एवं कलाकारों को ध्यान में रखते हुये विकसित किया जा रहा है। एडक़ा रीपा से जुड़े कलाकारों एवं कारीगरों को 30 लाख का आर्डर मिला है। शासन की ओर से हितग्राहियों को वर्क शेड, भवन, विद्युत, पेयजल, शौचालय, मशीनें, कच्चा माल और निःशुल्क प्रशिक्षण उपलब्ध किया जा रहा है। प्रशिक्षण उपरांत कलाकारों द्वारा उत्पादित कलाकृतियों को विभिन्न जगहों में संस्थायों से अनुबंध कर बेचा जा रहा है। काष्ठकला और माटीकला से जुड़े सदस्यों ने बताया कि वे पहले काम की तलाश में भटकते थे, उन्हें मुश्किल से छोटा-मोटा काम मिलता था, जिससे जीवनयापन में अत्याधिक कठिनाई होती थी। ग्राम में रीपा के आने से आज हम सभी कारीगर एक ही छत के नीच एकजुट होकर कार्य कर रहे हैं और लगातार यहां पर काम भी आ रहें हैं। सदस्यों ने आगे बताया कि हमें स्कूलों के लिये लकड़ी के टेबल बैंच बनाने का बीस लाख का आर्डर मिला है साथ ही माटीकला की कलाकृतियों के लिये दस लाख का अनुबंध हो रहा हैं। हम सभी बेहद खुश है और ओवरटाइम करके काम पूरा करने का प्रयास कर रहे हैं। निश्चिततौर पर रीपा योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने में मिल का पत्थर साबित हो रही है।

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