भोपाल। उज्जैन में महाकाल लोक की स्थापना के बाद से ही बाबा महाकाल की इस नगरी में श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला बढ़ गया है। देश से ही नही...
भोपाल।
उज्जैन में महाकाल लोक की स्थापना के बाद से ही बाबा महाकाल की इस नगरी
में श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला बढ़ गया है। देश से ही नहीं, विदेशों से
भी श्रद्धालु उज्जैन नगरी में बाबा महाकाल के दर्शनों के लिए आते हैं।
श्रद्धालुओं की लगातार बढ़ती तादाद को देखते हुए सुरक्षा के मद्देनजर
प्रदेश शासन के गृह विभाग ने यहां महाकाल लोक के नाम से अलग पुलिस थाना
बनाने का फैसला किया है। इसके लिए अलग से फोर्स भी तैनात किया जाएगा।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मंगलवार को इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि
उज्जैन में बड़ी संख्या में देश-विदेश से प्रतिदिन दर्शनार्थी आते हैं। उनकी
सुरक्षा को ध्यान में रखकर फैसला लिया गया है।नरोत्तम मिश्रा ने छिंदवाड़ा
में कमल नाथ द्वारा पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा कराए जाने पर भी
तंज कसा और कहा कि कमल नाथ जी 15 महीने का हिसाब धार्मिक चौपाल में बता
सकते हैं कि एक रुपए का मानदेय पुजारियों को दिया हो। एक कोई कदम ऐसा उठाया
हो, जो मंदिरों के निमित्त हो। ऐसा कुछ नहीं किया। न मंदिर के लिए, न ही
पुजारियों के लिए और न ही धर्म के लिए उन्होंने कोई कदम उठाया। लेकिन
विपक्ष में आते ही मंदिर-मंदिर खेलने लगते हैं। आखिर क्यों? मैं प्रारंभ
से कह रहा हूं कि जो पालिटिकल पाखंड है, वो इस तरह से न करें। अब उन्हें
चुनावी रोटियां सेंकने के लिए इस तरह भजन-कीर्तन की क्या आवश्यकता है। आप
अगर कथा भी कराओ तो उस पर अपना सिंबल छापो। पंजे का निशान छाप दो। इसकी
आवश्यकता नहीं है। आप सेवा के माध्यम से आइए। आप विकास गिनाइए। आप बदनामी
नहीं, बराबरी करें।
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