इंदौर। मां अहिल्या की नगरी में अनंत चतुर्दशी पर गुरुवार को एक बार फिर 100 वर्षों से चली आ रही झिलमिल झांकियों की परंपरा जीवित होगी। भले ही ...
इंदौर। मां अहिल्या की नगरी में अनंत चतुर्दशी पर गुरुवार को एक बार फिर 100 वर्षों से चली आ रही झिलमिल झांकियों की परंपरा जीवित होगी। भले ही मिलें बंद हुए बरसों हो गए, लेकिन चल समारोह का उल्लास आज भी वैसा ही कायम है। छह मिलों के साथ खजराना गणेश, आइडीए, नगर निगम सहित विभिन्न संस्थाओं की करीब 30 से अधिक झांकियां निकलेंगी। इसमें धार्मिक प्रसंग के साथ ही शहर का विकास भी नजर आएगा। पहली बार थ्रीडी पुतले भी नजर आएंगे। हुकमचंद मिल की झांकी में शहर की 100 साल की यात्रा तो कल्याण मिल की झांकी में कृष्ण की रासलीला और हनुमान जी की भक्ति दिखाई देगी। मालवा मिल की झांकी में शिवाजी और महाराणा का शौर्य और राजकुमार मिल की झांकी में मोबाइल युग में शारीरिक खेलों की महत्ता बताई जाएगी। इसके साथ ही खजराना गणपति मंदिर की झांकी गर्भगृह के दर्शन के साथ ही पर्यावरण संरक्षण का संदेश स्वयं भगवान देंगे। नगर निगम और आइडीए की झांकी में शहर की विकास यात्रा भी दिखेंगी।
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