Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

ब्रेकिंग :

latest

Breaking News

- Advertisement - Ads " alt="" />" alt="" />

नारायणपुर में जवानों ने एक नक्सली को किया गिरफ्तार

  नारायणपुर । 2022 में वाहन चालकों से मारपीट कर वाहनों में आगजनी की घटना में शामिल नक्सली जयलाल दोदी को रविवार को नाराययण पुलिस ने गिरफ्तार ...

 

नारायणपुर । 2022 में वाहन चालकों से मारपीट कर वाहनों में आगजनी की घटना में शामिल नक्सली जयलाल दोदी को रविवार को नाराययण पुलिस ने गिरफ्तार रिमांड पर भेजा है। 30 जनवरी 2022 को ग्राम झारा (थाना धनोरा) में नक्सलियों ने वाहन चालकों से मारपीट कर तीन वाहनों में आग लगा दी थी। मामले में थाना धनोरा में अपराध पंजीबद्ध कर अनुसंधान में लिया गया था। थाने से डीआरजी, जिला पुलिस बल, आइटीबीपी की संयुक्त टीमें ग्राम राजपुर, टेकानार व झोरी में नक्सल विरोधी अभियान के लिए रवाना हुई थी।  इस दौरान सर्चिंग गश्त ने एक संदिग्ध व्यक्ति को घेराबंदी कर पकड़ा। जिसने पूछताछ में अपना नाम जयलाल दोदी निवासी राजपुर बताया। उसने बताया कि 2022 में वह नक्सलियों के साथ मिलकर ग्राम झारा जंगल में ट्रक चालकों के साथ मारपीट कर तीन ट्रकों में आगजनी की घटना में शामिल था। तलाशी लेने पर उसके कब्जे से एक नग तीर-धनुष, नक्सली पर्चा व नक्सली बैनर मिला जिसे जब्त किया गया है। बस्तर संभाग के अलग-अलग जिले में सुरक्षा बल ने पिछले चार दिन में करीब 100 किलो बारूद बरामद किया है। इसे नक्सलियों ने सुरक्षा बल को नुकसान पहुंचाने के लिए लगाया था। सुरक्षा बल ने नक्सलियों के लगाए हुए 19 आइईडी छत्तीसगढ़-ओडिशा सीमा, दंतेवाड़ा और बीजापुर जिले में खोजकर उसे डिफ्यूज किया है। बस्तर संभाग में बीते चार वर्ष में आइईडी से 136 धमाके हुए, जिसमें करीब 128 ने जान गंवाई है। इसमें ग्रामीणों के साथ सुरक्षा बल के बलिदानी जवान भी हैं। बीते कुछ वर्ष में नक्सली अब सीधे हमले की जगह स्माल एक्शन टीम से हमला कर रहे हैं। जमीन के नीचे गड़े प्रेशर आइईडी व कमांड आइईडी को आसानी से ढूंढ पाना भी मुश्किल होता है। सुरक्षा बल के उपकरण भी एक सीमा तक ही काम करते हैं। नक्सली भी अब रणनीति बदलकर आइडी के ऊपर कार्बन फिल्म या प्लास्टिक का उपयोग करते हैं, जिससे उन्हें ढूंढ पाना और भी मुश्किल होता है। 

No comments