रायपुर। छत्तीसगढ़ में मंत्रिमंडल के गठन के बाद विभागों का बंटवारा नहीं होने के मामले में भाजपा-कांग्रेस आमने-सामने हैं। कांग्रेस ने आरोप...
रायपुर। छत्तीसगढ़ में मंत्रिमंडल के गठन के बाद विभागों का बंटवारा नहीं होने के मामले में भाजपा-कांग्रेस आमने-सामने हैं। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि मलाईदार विभागों के लिए भाजपा में जूतम-पैजार हो रहा है। इसलिए विभागों का बंटवारा नहीं हो पा रहा है। भाजपा ने इस आरोप पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी अपनी ही पार्टी के भीतर मचे घमासान को नहीं रोक पा रही है। कांग्रेस को यह रास नहीं आ रहा है कि बिना विभागों के बंटवारे के भी कोई सरकार एक राय होकर जनता की सेवा का संकल्प लेकर कैसे आगे बढ़ रही है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि भाजपा में अनिर्णय की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इसलिए मंत्रिमंडल के विभागों का बंटवारा नहीं हो पा रहा है। विभागों के लिए बोलियां लगाई जा रही है। अब तो ये भी तय किया गया है संगठन का एक व्यक्ति मंत्री के साथ रखा जाएगा। रही बात निश्शुल्क राशन की तो कांग्रेस की सरकार में भी प्रदेशवासियों को निश्शुल्क राशन उपलब्ध कराया जा रहा था। केंद्र सरकार के मुफ्त राशन के अतिरिक्त कांग्रेस सरकार पांच किलो राशन देती थी। भाजपा सरकार पांच किलो चावल का नुकसान कर रही है। आरोपों के जवाब में भाजपा कहना है कि मंत्रिमंडल के विभागों का बंटवारा नहीं होने के बाद भी सरकार का कामकाज देखकर कांग्रेस पार्टी हैरान है। पूर्व विधायक सौरभ सिंह ने कहा कि मलाईदार विभागों को लेकर मंत्रियों में चल रही रस्साकशी की कपोल कल्पना करके भाजपा के आंगन में ताकझांक करने की अपनी लत से कांग्रेस बाज नहीं आ रही है। प्रदेश के ऐतिहासिक जनादेश से सत्ता से बेदखल हो चुकी कांग्रेस के लोग अपनी पार्टी के घमासान को तो थाम नहीं पा रहे हैं। जब से कांग्रेसी सत्ता से उखाड़ फेंके गए हैं, उसी दिन से वे विचलित मनोदशा के शिकार हो गए हैं।
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