राजनांदगांव। आपने प्लास्टिक, कपड़ा के ही चटाई देखे होंगे। लेकिन छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ जिले के गोशाला के कारीगरों ने गोबर और गोमूत्र की चट...
राजनांदगांव।
आपने प्लास्टिक, कपड़ा के ही चटाई देखे होंगे। लेकिन छत्तीसगढ़ के खैरागढ़
जिले के गोशाला के कारीगरों ने गोबर और गोमूत्र की चटाई बनाकर सबको चौंका
दिया है। गोबर और गोमूत्र से बनी चटाई को देश की पहली चटाई बताई जा रही है।
यहीं नहीं गोबर और गोमूत्र की चटाई को पीएम नरेंद्र मोदी को भेंट की
जाएगी। सुरक्षा जांच के लिए जल्द दिल्ली भेजी जाएगी। खैरागढ़-छुईखदान-गंडई
जिले के धरमपुर रोड स्थित मनोहर गौशाला में सौम्या कामधेनु गाय के 100 किलो
गोबर और गौमूत्र से देश की पहली चटाई बनाई है। 14.5 किलो वजनी चटाई को 54
कारीगरों ने मिलकर 11 महीने में तैयार किया है। कारीगरों ने बताया कि गोबर
की कालीन, चरक ऋषि की चरक चटाई है। इसका शास्त्रों में भी वर्णन है। हमने
उसे ही बनाने की कोशिश की है। चटाई को बनाने कारीगर बीते पांच साल से मेहनत
कर रहे थे। पांच वर्षों संघर्ष अब पूरा हो गया है। गोशाला संचालक अखिल पदम
डाकलिया ने बताया कि यह चटाई पूरी तरह से गोमूत्र और सौम्या कामधेनु गाय
के गोबर से बनी है। पांच साल से इसे बनाने की कोशिश कर रहे थे। हमने यह
चटाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए तैयार की है। इससे पहले हम गौशाला
में गोबर के दीये, राखी, ब्रेसलेट और गणपति जी भी बनाते हैं। राज्यपाल
अनुसुईया उईके ने पीएम मोदी को गोबर की राखी बांध चुकी है।
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