बिलासपुर । बिलासपुर संभाग के सबसे बड़े अस्पताल सिम्स के डाक्टरों ने सालभर में दस हजार से अधिक मरीजों का सफल आपरेशन कर उनकी जान बचाई हैं...
बिलासपुर
। बिलासपुर संभाग के सबसे बड़े अस्पताल सिम्स के डाक्टरों ने सालभर में दस
हजार से अधिक मरीजों का सफल आपरेशन कर उनकी जान बचाई हैं। अस्पताल प्रबंधन
द्वारा यहां भर्ती होने वाले मरीजों को सभी प्रकार की सुविधा भी दी गईं।
मेडिकल कालेज सिम्स में बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, सक्ती, कोरबा, रायगढ़,
मुंगेली, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही के अलावा पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश और उडीसा
के मरीज इलाज करवाने पहुंचते हैं। सिम्स प्रबंधन का कहना है कि बीते एक
साल में सिम्स अस्पताल पर 10 हजार से ज्यादा मरीजों का आपरेशन किया गया।
वहीं बाह्य रोग के लगभग तीन लाख 90 हजार मरीजों का ओपीडी में उपचार हुआ।
इसके अलावा 39 हजार 621 भर्ती मरीज को इलाज की सुविधा दी गई हैं। साल 2023
में सर्जरी विभाग में 1549, नेत्र रोग विभाग में तीन हजार 245, स्त्री रोग
विभाग में दो हजार 957, अस्थि रोग विभाग में 511, दंत रोग विभाग में 1410,
नाक, कान और गला रोग विभाग में 1301 मरीजों का इलाज किया गया। इस तरह कुल
10 हजार 973 मरीजों का सफल आपरेशन किया गया। अस्पताल में छह हजार से ज्यादा
प्रसूताओं का सुरक्षित प्रसव कराया गया। अस्पताल में शासन द्वारा संचालित
अलग-अलग निश्शुल्क योजना के माध्यम से मरीजों को इलाज की सुविधा दी जा रही
है। शहर के आयुर्विज्ञान सिम्स की स्थापना 2002 में हुई थी। संभाग के
साथ-साथ आस पास के प्रदेश के लोग भी अपना इलाज करवाने यहां पहुंचते हैं।
अस्पताल में अनेक जटिल आपरेशन का डाक्टरों द्वारा इलाज किए जाते है। सिम्स
अस्पताल शुरू हुआ था तब यहां केवल 350 बस्तर थे। लेकिन आज अस्पताल के
चिकित्सकों और कर्मचारियों के अथक प्रयासों से 750 बिस्तर की सुविधा सिम्स
अस्पताल में मरीजों के लिए उपलब्ध है। साथ ही अलग-अलग प्रकार के कुल सत्रह
ओपीडी विभागों का संचालन सफलतापूर्वक किये जा रहे हैं। वर्जन शासन के
निर्देशानुसार सिम्स में आने वाले मरीजों को बेहतर मेडिकल सुविधा दी जा रही
है। गंभीर बीमारियों का इलाज करने के लिए संसाधन उपलब्ध है। डा. सुजीत
नायक, एमएस सिम्स
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