हल्द्वानी । राज्य गठन के बाद उत्तराखंड में अब तक हुए चार लोकसभा चुनावों में डाक मतपत्रों में भाजपा हमेशा कांग्रेस से आगे रही है। चुनाव आयो...
हल्द्वानी । राज्य गठन के बाद उत्तराखंड में अब तक हुए चार लोकसभा चुनावों में डाक मतपत्रों में भाजपा हमेशा कांग्रेस से आगे रही है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक उत्तराखंड में अब तक 98787 वोट डाक मतपत्रों के जरिये विभिन्न प्रत्याशियों को प्राप्त हुए। इनमें से 80097 लोगों ने भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में वोट डाले।
वहीं 14350 वोट हासिल कर भाजपा के मुकाबले कांग्रेस काफी पीछे रही। 2009 में कांग्रेस के क्लीन स्वीप करने के बावजूद डाक मतपत्रों में भाजपा आगे रही थी। वर्ष 2004 में प्रदेश में जब पहला लोकसभा चुनाव हुआ था तब कुल 5419 डाक मतपत्रों का इस्तेमाल हुआ।
जिनमें से 4458 वोट वैद्य पाए गए। 2019 में वैद्य डाक मतपत्रों की संख्या बढ़कर 65377 पहुंच गई। अगर लोकसभा सीटों की बात करें तो गढ़वाल सीट पर बाकी सीटों की तुलना में हर बार सबसे ज्यादा डाक मतपत्र का प्रयोग हुआ। यहां भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में 34140 तो कांग्रेस के पक्ष में 3328 डाक मतपत्र आए।
हरिद्वार लोकसभा सीट प्रदेश की बाकी सीटों के मुकाबले हर बार और हर चुनाव में पीछे रही। इस सीट पर अब तक केवल 8702 वोट डाक मतपत्र के थे। इतना ही नहीं 2019 के चुनाव में 81 फीसदी (54422) डाक मतपत्र भाजपा उम्मीदवारों को मिले थे। कांग्रेस के पक्ष में महज 8785 डाक मत ही आए थे।
227 उम्मीदवारों में से 57 को नहीं मिले डाकमत
2004 से 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रदेश में 227 उम्मीदवार मैदान में थे। खास बात यह रही कि केवल 57 उम्मीदवारों को ही डाकमत नहीं मिले। प्रदेश में केवल गढ़वाल सीट ही ऐसी रही जहां अब तक हुए चारों लोकसभा चुनाव में लड़ने वाले सभी 41 उम्मीदवारों के पक्ष में डाक मत पड़े।
2019 का लोकसभा चुनाव ऐसा रहा जिसमें प्रदेश की सभी लोकसभा सीटों पर लड़ने वाले 52 उम्मीदवारों को डाक मत मिले। बता दें कि 2014 और 2019 के चुनाव में आयोग ने ईवीएम पर नोटा को बतौर उम्मीदवार शामिल किया था। 2014 में 85 और 2019 में 552 डाकमत नोटा को मिले थे।
एक से चार अंक तक कांग्रेस का सफर
साल 2004 में हरिद्वार सीट पर कुल 11 डाक मतपत्रों का प्रयोग उम्मीदवारों के पक्ष में हुआ था। तब कांग्रेस सिंगल अंक (2) डाक मत हासिल कर पाई थी। यह कांग्रेस को मिले सबसे कम डाक मतपत्र थे, जबकि प्रदेश में 4458 डाक मत उम्मीदवारों को मिले थे। 2019 में टिहरी गढ़वाल सीट पर कांग्रेस को मिले डाक मत चार अंकों (2576) में थे।
दो से पांच अंकों में पहुंच गई भाजपा
साल 2004 में नैनीताल ऊधमसिंहनगर सीट पर कुल 68 डाक मतपत्र वैध पाए गए थे। तब भाजपा दो अंकों (39) में डाक मत हासिल कर पाई थी। उसके बाद भाजपा के पक्ष में डाक मतपत्र की मदद से पड़ने वाले वोट बढ़ते ही गए। वर्ष 2019 में गढ़वाल सीट पर भाजपा को मिले डाकमत पांच अंकों (19367) में थे।
साल भाजपा कांग्रेस वैध मत
2004 3514 689 4458
2009 11046 2287 14133
2014 11115 2589 14819
2019 54422 8785 65377
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