रायपुर। केंद्रीय योजना प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना से घरेलू महिलाओं के जीवन में बड़ा बदलाव आया है। प्रदेश में अब तक 36,76,260 महिलाओं के...
रायपुर।
केंद्रीय योजना प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना से घरेलू महिलाओं के जीवन में
बड़ा बदलाव आया है। प्रदेश में अब तक 36,76,260 महिलाओं के चेहरे खिले हैं
और रसोई के काले धुएं से छुटकारा मिला है। महिलाएं अब चूल्हा नहीं फूंकती
है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत महिलाओं को मुफ्त रसोई गैस सिलेंडर
और गैस चूल्हा वितरित किया गया है। वर्तमान में प्रदेश में योजना के तहत
महिलाओं को महज 976 रुपये में रसोई गैस का सिलेंडर उपलब्ध कराया जाता है।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना लांच होने से पहले लाखों महिलाएं जलाऊ लकड़ी,
कोयला और गाय के गोबर के उपलों जैसे खाना पकाने के पारंपरिक ईंधन का उपयोग
करने मजबूर थीं। धुएं से भरी रसोई में भोजन पकाने की वजह से दिनभर खांसना
और सांस लेने में परेशानी होना सामान्य बात थी। यही नहीं महिलाओं का
स्वास्थ्य खराब होने के साथ-साथ पर्यावरण संबंधी चुनौतियां भी पैदा हो रही
थी। ऐसे में महिलाओं ने इन समस्याओं से निजात पाने की उम्मीद ही छोड़ दी थी,
लेकिन, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना ने महिलाओं की जिंदगी बदल दी। ग्रामीण
क्षेत्र की महिलाओं को इसका काफी लाभ मिला है। प्रधानमंत्री उज्ज्वल योजना
के पहले चरण में प्रदेश की 34,92,221 महिलाएं लाभान्वित हुई हैं, इसमें
सबसे अधिक बिलासपुर की 2,80,345 शामिल है। दूसरे चरण में 1,84,039 महिलाएं
लाभान्वित हो चुकी हैं। दूसरे चरण में सिलेंडर के लिए 2,49,533 का केवाइसी
हो चुका है। बता दें कि प्रधानमंत्री उज्ज्वल योजना 1 मई, 2016 को
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुरू किया था। इसके तहत देश में पांच करोड़
गरीब परिवारों की महिलाओं को गैस कनेक्शन बांटने का लक्ष्य रखा गया था।
इसके बाद वर्ष-2018 में इस योजना को आगे बढ़ाते हुए सात और श्रेणियों की
महिलाओं को इसका लाभ दिया गया। इसमें
अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अंत्योदय अन्न योजना, अति पिछड़ा वर्ग,
चाय बागान श्रमिक, वनवासी और द्वीपों में रहने वाले लोग भी शामिल थे। योजना
के पहले चरण के सफल होने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 10 अगस्त
2021 को प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना 2.0 यानी दूसरे चरण की शुरुआत किया
था। प्रधानमंत्री उज्ज्वल योजना के पहले चरण के दौरान
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर,
मोहलामानपुर- अंबागढ़ चौकी, सक्ती, और सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले अस्तित्व में
नहीं आए थे। दूसरे चरण में इन जिलों को भी योजना का लाभ मिल रहा है। इन
जिलों में सक्ती के सबसे अधिक 7,160 परिवार अब तक लाभान्वित हुए हैं।
विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने घोषणा पत्र जारी किया था। इसके तहत लोगों
से 20 वादे किए गए थे। इसमें से गरीब परिवार की महिलाओं को 500 रुपये में
गैस सिलेंडर देना भी शामिल है। प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद मोदी
की गारंटी के 12 वादे पूरे कर लिए गए हैं। रसोई गैस सब्सिडी को लेकर
महिलाओं को इंतजार है। खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के
संयुक्त संचालक विक्रम राम भगत ने कहा, प्रदेश में प्रधानमंत्री उज्ज्वल
योजना के पहले चरण के बाद दूसरा चरण जारी है। हितग्राहियों को सस्ते दाम पर
सिलेंडर उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके लिए आनलाइन आवेदन किया जा सकता है।
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