भोपाल। केंद्र में लगातार तीसरी बार सत्तारूढ़ होने वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के शपथ ग्रहण करने वाले मंत्रियों में म...
भोपाल। केंद्र में लगातार तीसरी बार सत्तारूढ़ होने वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के शपथ ग्रहण करने वाले मंत्रियों में मध्यप्रदेश से छह सांसदों को स्थान मिला है। मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सभी 29 सीटों पर विजय हासिल की है। कल रात हुए शपथ ग्रहण समारोह में कैबिनेट मंत्री के रूप में सर्वश्री शिवराज सिंह चौहान, डॉ वीरेंद्र कुमार और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शपथ ग्रहण की है, जो क्रमश: राज्य के विदिशा, टीकमगढ़ और गुना संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। लगभग 16 साल तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे श्री चौहान केंद्र में पहली बार मंत्री बने हैं। वहीं श्री सिंधिया और डॉ वीरेंद्र कुमार पूर्ववर्ती राजग सरकार में भी मंत्री पद का दायित्व संभाल रहे थे। इसके अलावा राज्य मंत्री के रूप में श्री एल मुरुगन, श्री दुर्गादास उइके और श्रीमती सावित्री ठाकुर शामिल किए गए हैं। श्री मुरुगन मूल रूप से तमिलनाडु निवासी हैं, लेकिन वे वर्तमान में मध्यप्रदेश से राज्यसभा सांसद हैं, इसलिए उन्हें इस राज्य के कोटे से जोड़ा जा रहा है। वे पूर्ववर्ती सरकार में भी राज्य मंत्री पद का दायित्व निभा रहे थे। इसके साथ ही श्री उइके और श्रीमती ठाकुर पहली बार केंद्र सरकार में मंत्री बनाए गए हैं। ये दोनों सांसद जनजातीय वर्ग का प्रतिनिधित्व करते हैं और क्रमश: बैतूल तथा धार संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। माना जा रहा है कि राज्य से केंद्रीय मंत्रिपरिषद में स्थान पाने वाले सांसदों के चयन में क्षेत्रीय और जातीय समीकरण को ध्यान में रखा गया है। श्री चौहान और श्री सिंधिया जहां अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) का प्रतिनिधित्व करते हैं तो डाॅ वीरेंद्र कुमार अनुसूचित जाति का प्रतिनिधित्व करते हैं। वे टीकमगढ़ के पहले सागर संसदीय क्षेत्र का भी प्रतिनिधित्व कर चुके हैं और वर्तमान मंत्रिपरिषद में इस अंचल के हितों का भी ध्यान रख सकेंगे। श्री चौहान मध्यप्रदेश के मध्य अंचल का प्रतिनिधित्व करते हैं। चूंकि श्री चौहान राज्य में 16 वर्ष से अधिक समय तक मुख्यमंत्री रहे हैं, इसलिए उन्हें संपूर्ण राज्य की भौगोलिक, सामाजिक और प्रत्येक कोण से विस्तृत जानकारी है। श्री सिंधिया उत्तरी अंचल से आते हैं। श्रीमती सावित्री ठाकुर जहां मालवांचल से आती हैं, तो श्री उइके बैतूल और राज्य के पूर्वी हिस्से का भी प्रतिनिधित्व करते हुए दिखायी दे रहे हैं।
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