देहरादून-हरिद्वार के बीच रेललाइन दोहरीकरण (डबल ट्रैक) की योजना का रास्ता साफ हो गया है। रेलवे ने डबल ट्रैक सर्वे के लिए बजट का प्रावधान ...
देहरादून-हरिद्वार
के बीच रेललाइन दोहरीकरण (डबल ट्रैक) की योजना का रास्ता साफ हो गया है।
रेलवे ने डबल ट्रैक सर्वे के लिए बजट का प्रावधान किया है। यहां नए ट्रैक
के साथ ही कुछ स्थानों पर सुरंग भी बनाई जाएगी। हरिद्वार तक डबल ट्रैक बिछ
चुका है। लेकिन देहरादून-हरिद्वार के बीच अभी सिंगल ट्रैक ही है।
ऐसे
में कई बार यदि कोई ट्रेन देहरादून से हरिद्वार की तरफ जा रही है तो
हरिद्वार से देहरादून की ओर आने वाली ट्रेन को बीच के स्टेशनों पर रोकना
पड़ता है। सिंगल ट्रैक के कारण यहां ट्रेनें की संख्या बढ़ा पाना भी संभव
नहीं हो पा रहा है।
हालांकि, रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण की मांग लंबे
समय से चल रही है, लेकिन अभी तक योजना पर बात आगे नहीं बढ़ पाई थी। इधर,
सीनियर डीसीएम (मुरादाबाद) आदित्य गुप्ता ने बताया कि नए बजट में देहरादून
हरिद्वार के बीच डबल ट्रैक के सर्वे के लिए बजट का प्रावधान किया गया है।
कुछ जगह सुरंग भी बनाई जाएगी।
यह स्थान अमृत स्टेशन के रूप में
विकसित किए जाएंगे: देहरादून के साथ ही हर्रावाला, हरिद्वार, काशीपुर,
किच्छा, काठगोदाम, कोटद्वार, लालकुआं, रुड़की रामनगर और टनकपुर समेत 11
रेलवे स्टेशनों को अमृत स्टेशनों के रूप में बनाने की योजना पर भी काम जारी
है।
इन रेलवे स्टेशनों पर सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा: सीनियर
डीसीएम (मुरादाबाद) आदित्य गुप्ता ने बताया कि देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश,
कोटद्वार, रुड़की के साथ कुमाऊं के सभी रेलवे स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं
का विस्तार किया जाएगा। यहां स्टेशन और प्लेटफार्म पर रेलयात्रियों के लिए
आधुनिक सुविधाएं दी जाएंगी।
अब छोटी दूरी की ट्रेनें भी चलेंगी, तीन मार्ग चिन्हित
रेलवे
ने अब छोटी दूरी की ट्रेनें चलाने का खाका भी तैयार किया है। मुरादाबाद
मंडल में रेल मार्गों की पहचान की गई है। दिल्ली-लखनऊ समेत तीन मार्गों पर
छोटी दूरी की ट्रेनें चलाने की योजना है। यह ट्रेनें 250 से 300 किमी दूरी
तय करेंगी। रेलवे की मंशा इससे अनारक्षित श्रेणी में यात्रियों को ज्यादा
सुविधा देना है।
आम बजट के बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव बुधवार को
वीसी के जरिये जोन-मंडल स्तर पर मीडिया से रूबरू हुए। सीनियर डीसीएम
आदित्य गुप्ता के अनुसार, दिल्ली से लखनऊ, चंडीगढ़-बरेली-लखनऊ, योगनगरी
ऋषिकेश से लखनऊ या बनारस तक ट्रेनें चलेंगी। रेल मार्ग चिह्नित करने के बाद
प्रस्ताव मुख्यालय भेजे गए हैं।
दिसंबर में रुड़की-देवबंद लाइन हो जाएगी तैयार
मुरादाबाद
रेल मंडल में नई रेल लाइनों का जाल बिछेगा। रुड़की से देवबंद रेल लाइन
प्रोजेक्ट इस साल के अंत तक पूरा होने के आसार हैं। नई रेल लाइन चालू होने
के बाद दिल्ली-रुड़की की दूरी कम होगी। अभी ट्रेन रुड़की वाया टपरी होकर
जाती है। इसके साथ ही रेल संचालन के लिए अहम धामपुर से काशीपुर तक नई रेल
लाइन बिछाने की तैयारी है।
रेलवे प्रशासन का कहना है कि इस
प्रोजेक्ट पर फाइनल लोकेशन सर्वे हो रहा है, जबकि दून-सहारनपुर के बीच भी
नई रेल लाइन डाली जाएगी। मुरादाबाद से वाया चंदौसी होकर बरेली तक सेकंड
रेललाइन के लिए भी सर्वे कराया जा रहा है। एडीआरएम राकेश सिंह ने बुधवार को
यह जानकारी दी।
इन रेलवे प्रोजेक्टों को भी मिलेगी गति
उत्तराखंड
में 70 रेलवे ब्रिज और अंडर ब्रिज का निर्माण हो चुका है। फिलहाल 216 किमी
की तीन रेल परियोजनाओं (रेललाइन) का काम चल रहा है, जिनकी लागत पच्चीस
हजार 941 करोड़ है। उत्तराखंड में 2014 से 2024 तक 69 किमी के नए रेलवे
ट्रैक बिछे हैं। इस अवधि में करीब 303 किमी लंबी रेललाइन को इलेक्ट्रिफाइड
किया गया है। प्रदेश की सभी रेलवे लाइन बिजलीयुक्त हैं।
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