देहरादून । केदारनाथ धाम के लिए दूसरे चरण की यात्रा को लेकर बडी संख्या में यात्री केदारनाथ दर्शनों को पहुंच रहे हैं। ऐसे में दूसरे चरण ...
देहरादून
। केदारनाथ धाम के लिए दूसरे चरण की यात्रा को लेकर बडी संख्या में यात्री
केदारनाथ दर्शनों को पहुंच रहे हैं। ऐसे में दूसरे चरण की सेवा के लिए और
हेलीकॉप्टर कम्पनियां भी केदारघाटी पहुंच गई और यहां से हेलीकॉप्टर सेवा
शुरु कर दी है।
बरसात के दौरान महज तीन कंपनियों की चार हेली सेवाएं ही संचलित हो रही थी। जबकि अब सात कंपनियों की नौ हेली सेवाएं देने लगी हैं। दो कंपनियां ऐसी हैं जो दो-दो स्थानों से सेवाएं संचालित कर रही हैं।
बीती 10 मई को भगवान केदारनाथ धाम के कपाट भक्तों के दर्शनार्थ खोले गए। दो महीने की यात्रा में बड़ी संख्या में यात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन किए। अब तक केदारनाथ यात्रा में 1123055 यात्री बाबा के दर्शन कर चुके हैं।
हालांकि बरसात के दौरान से अब तक केदारनाथ के लिए चार हेली कंपनियां ही सेवाएं दे रही थी। जिसमें गुप्तकाशी और फाटा से ट्रांस भारत, शेरसी से हिमालयन हेली एवं क्रिस्टल एविएशन शामिल हैं। इन चार हेलीकॉप्टरों से नियमित रूप से ढाई सौ से अधिक यात्री प्रतिदिन दर्शनों को पहुंच रहे हैं।
जबकि गुप्तकाशी से आर्यन, फाटा से पवन हंस, ग्लोबल विक्ट्रा एविएशन, थुंबी तथा सीतापुर से ऐरो एविएशन ने रविवार से सेवाएं शुरू कर दी है। हेली सेवाएं शुरू होते ही यात्रियों की संख्या में भी बढ़ने लगी है। हेलीपैडों पर यात्रियों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई है।
हेली कंपनी के नोडल अधिकारी और जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे ने बताया कि केदारनाथ की दूसरे चरण की यात्रा शुरू हो गई है। चार हेली सेवाएं पहले से संचालित थी जबकि पांच हेली सेवाएं और शुरू कर दी गई है। अब कुल नौ सेवाएं संचालित हो रही है। उन्होंने बताया कि अब तक 69210 यात्री हेली सेवा से दर्शन कर चुके है।
गंगोत्री और यमुनोत्री में अब तक 12 लाख श्रद्धालु पहुंचे
उत्तरकाशी जिले में एक बार फिर चारधाम यात्रा फिर से जोर पकड़ रही है। यमुनोत्री एवं गंगोत्री धाम में बीते दिन छह हजार से अधिक श्रद्धालु पहुंचे। इसके साथ ही इन दोनों धामों में अब तक इस वर्ष 12 लाख की संख्या को पार कर गया है।
मानसून की विदाई के दौर में यमुनोत्री एवं गंगोत्री धाम में तीर्थयात्रियों का आवागमन बढ़ने के धामों के साथ ही यात्रा मार्गों व पड़ावों पर चहल-चहल दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। बीते दिवस यमुनोत्री में 2724 तथा गंगोत्री में 3294 श्रद्धालु पहुंचे।
इसके साथ ही इस यात्रा काल में यमुनोत्री में 560035 और गंगोत्री में 642481 श्रद्धालु पहुंच चुके हैं। दोनों धामों में अभी तक कुल 1202516 तीर्थयात्री मां गंगा व यमुना के दर्शन कर लौट चुके हैं।वहीं धामों में लगातार तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ने पर प्रशासन की ओर से यात्रा से जुड़े इंतजामों को चुस्त-दुरस्त करने को कहा है।
इसी के साथ ही यात्री सुविधाओं व सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद करने पर जोर दिया जा रहा है। डीएम डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने यात्रा व्यवस्था से जुड़े सभी विभागों के अधिकारियों को इस बाबत हिदायत जारी की।
हेलीकॉप्टर से धामों में पहुंच रहे यात्री
सड़क के अलावा अब हेलीकॉप्टर के जरिए भी यमुनोत्री और गंगोत्री धाम में बड़ी संख्या में यात्री पहुंच रहे हैं। यमुनोत्री धाम के लिए खरसाली में अनेक हेलीपैडों में सुबह से ही हेली सेवाओं की आवाजाही का सिलसिला इन दिनों फिर से जोर पकड़ने लगा है। उधर गंगोत्री धाम के लिए हर्षिल और झाला में बनाए गए सरकारी एवं निजी हेलीपैड्स में हेलीकॉप्टर्स के फेरों की संख्या भी बढ़ रही है।
सड़कें खोलने के लिए मशीनें तैनात
यात्रा से जुड़ी सड़कों को सुचारू बनाए रखने के लिए जिल में बीआरओ, राष्ट्रीय राजमार्ग खंड तथा लोक निर्माण विभाग के अधीन 47 जेसीबी, 7 डोजर, 8 पोकलेन एवं 8 अन्य मशीनें तैनात की गई हैं। बरसात में विभिन्न स्थानों पर बार-बार भूस्खलन होने एवं सड़कों पर चट्टान गिरने व भारी मात्रा में मलबा आने पर प्रशासन सड़कें खोलने के लिए तत्परता दिखा रहा है।
बरसात के दौरान महज तीन कंपनियों की चार हेली सेवाएं ही संचलित हो रही थी। जबकि अब सात कंपनियों की नौ हेली सेवाएं देने लगी हैं। दो कंपनियां ऐसी हैं जो दो-दो स्थानों से सेवाएं संचालित कर रही हैं।
बीती 10 मई को भगवान केदारनाथ धाम के कपाट भक्तों के दर्शनार्थ खोले गए। दो महीने की यात्रा में बड़ी संख्या में यात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन किए। अब तक केदारनाथ यात्रा में 1123055 यात्री बाबा के दर्शन कर चुके हैं।
हालांकि बरसात के दौरान से अब तक केदारनाथ के लिए चार हेली कंपनियां ही सेवाएं दे रही थी। जिसमें गुप्तकाशी और फाटा से ट्रांस भारत, शेरसी से हिमालयन हेली एवं क्रिस्टल एविएशन शामिल हैं। इन चार हेलीकॉप्टरों से नियमित रूप से ढाई सौ से अधिक यात्री प्रतिदिन दर्शनों को पहुंच रहे हैं।
जबकि गुप्तकाशी से आर्यन, फाटा से पवन हंस, ग्लोबल विक्ट्रा एविएशन, थुंबी तथा सीतापुर से ऐरो एविएशन ने रविवार से सेवाएं शुरू कर दी है। हेली सेवाएं शुरू होते ही यात्रियों की संख्या में भी बढ़ने लगी है। हेलीपैडों पर यात्रियों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई है।
हेली कंपनी के नोडल अधिकारी और जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे ने बताया कि केदारनाथ की दूसरे चरण की यात्रा शुरू हो गई है। चार हेली सेवाएं पहले से संचालित थी जबकि पांच हेली सेवाएं और शुरू कर दी गई है। अब कुल नौ सेवाएं संचालित हो रही है। उन्होंने बताया कि अब तक 69210 यात्री हेली सेवा से दर्शन कर चुके है।
गंगोत्री और यमुनोत्री में अब तक 12 लाख श्रद्धालु पहुंचे
उत्तरकाशी जिले में एक बार फिर चारधाम यात्रा फिर से जोर पकड़ रही है। यमुनोत्री एवं गंगोत्री धाम में बीते दिन छह हजार से अधिक श्रद्धालु पहुंचे। इसके साथ ही इन दोनों धामों में अब तक इस वर्ष 12 लाख की संख्या को पार कर गया है।
मानसून की विदाई के दौर में यमुनोत्री एवं गंगोत्री धाम में तीर्थयात्रियों का आवागमन बढ़ने के धामों के साथ ही यात्रा मार्गों व पड़ावों पर चहल-चहल दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। बीते दिवस यमुनोत्री में 2724 तथा गंगोत्री में 3294 श्रद्धालु पहुंचे।
इसके साथ ही इस यात्रा काल में यमुनोत्री में 560035 और गंगोत्री में 642481 श्रद्धालु पहुंच चुके हैं। दोनों धामों में अभी तक कुल 1202516 तीर्थयात्री मां गंगा व यमुना के दर्शन कर लौट चुके हैं।वहीं धामों में लगातार तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ने पर प्रशासन की ओर से यात्रा से जुड़े इंतजामों को चुस्त-दुरस्त करने को कहा है।
इसी के साथ ही यात्री सुविधाओं व सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद करने पर जोर दिया जा रहा है। डीएम डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने यात्रा व्यवस्था से जुड़े सभी विभागों के अधिकारियों को इस बाबत हिदायत जारी की।
हेलीकॉप्टर से धामों में पहुंच रहे यात्री
सड़क के अलावा अब हेलीकॉप्टर के जरिए भी यमुनोत्री और गंगोत्री धाम में बड़ी संख्या में यात्री पहुंच रहे हैं। यमुनोत्री धाम के लिए खरसाली में अनेक हेलीपैडों में सुबह से ही हेली सेवाओं की आवाजाही का सिलसिला इन दिनों फिर से जोर पकड़ने लगा है। उधर गंगोत्री धाम के लिए हर्षिल और झाला में बनाए गए सरकारी एवं निजी हेलीपैड्स में हेलीकॉप्टर्स के फेरों की संख्या भी बढ़ रही है।
सड़कें खोलने के लिए मशीनें तैनात
यात्रा से जुड़ी सड़कों को सुचारू बनाए रखने के लिए जिल में बीआरओ, राष्ट्रीय राजमार्ग खंड तथा लोक निर्माण विभाग के अधीन 47 जेसीबी, 7 डोजर, 8 पोकलेन एवं 8 अन्य मशीनें तैनात की गई हैं। बरसात में विभिन्न स्थानों पर बार-बार भूस्खलन होने एवं सड़कों पर चट्टान गिरने व भारी मात्रा में मलबा आने पर प्रशासन सड़कें खोलने के लिए तत्परता दिखा रहा है।
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