जोशीमठ। भारत-चीन बॉर्डर पर जोशीमठ से 12 किलोमीटर पहले हेलंग से मारवाड़ी तक भूस्खलन हुआ है। पहाड़ का एक बहुत बड़ा हिस्सा भरभराकर हाईवे ...
जोशीमठ।
भारत-चीन बॉर्डर पर जोशीमठ से 12 किलोमीटर पहले हेलंग से मारवाड़ी तक
भूस्खलन हुआ है। पहाड़ का एक बहुत बड़ा हिस्सा भरभराकर हाईवे पर जा गिरा।
मजदूरों ने भागकर अपनी जान बचाई। आपको बता दें कि चारधाम ऑल वेदर रोड
प्रोजेक्ट के तहत सड़क का निर्माण किया जा रहा है। उत्तराखंड के चमोली जिले
में निर्माणाधीन 5 किलोमीटर लंबे बाईपास में भूस्खलन हुआ है।पहाड़ का
हिस्सा गिरते देख निर्माण कार्य में लगे मजदूरों ने भागकर अपनी जान बचाई।
इस सड़क कटिंग के लिए सरकार द्वारा किसी भी प्रकार की ब्लास्टिंग की अनुमति
नहीं दी गई है, लेकिन सूत्रों से पता चला है कि निर्माण कार्य मे लगी
एजेंसी गुपचुप तरीके से ब्लास्टिंग कर रही है, जिसकी वजह से आसपास की
पहाड़ियां दरकने लगीं हैं। पहाड़ी का एक हिस्सा टूटने के कारण सड़क निर्माण
में लगी कंपनी की एक मशीन भी दबाकर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है।
भूस्खलन की वजह से दर्जनों हरे पेड़ भी टूटे गए हैं। विदित हो कि पिछले
महीने सितंबर में भी चमोली जिले में एक पहाड़ का हिस्सा भरभराकर सड़क पर
गिर गया था। भूस्खलन की वजह से नीति-मलारी हाईवे पर ट्रैफिक बाधित हो गया
था। हाईवे बंद होने की वजह से दर्जन भर गांवों में आवाजाही बंद हो गई थी।
भूस्खलन के बाद बीआरओ ने सड़क से मलबा हटाकर ट्रैफिक शुरू किया था।
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